दीक्षारंभ कार्यक्रम

दीक्षारंभ कार्यक्रम
Date: 05-08-2024

             =*=दीक्षारंभ समारोह का आयोजन=*=
राष्ट्रीय शिक्षा नीति युवाओं को उज्जवल भविष्य प्रदान करेगा। यह रोजगार परक शिक्षा है। इस राष्ट्रीय शिक्षा नीति में छात्र' स्वरोजगार प्रारंभ कर कई युवाओं को रोजगार दे सकता है। छात्र इसका लाभ लेकर कई युवाओं को विकास के पद पर जोड़ सकता है। उपरोक्त विचार स्व. दाऊ रामचंद्र साहू शासकीय महाविद्यालय में "दीक्षारंभ" समारोह के मुख्य अतिथि निर्मल जैन, सरपंच, रानीतराई ने व्यक्त किया। प्राचार्य डॉ. आलोक शुक्ला ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ पत्रकार धनराज साहू ने कहा कि आज गुरुओं के मार्गदर्शन से युवा अपने उद्देश्य प्राप्ति में सफल है। जो छात्र अभाव में शिक्षा ग्रहण करते हैं, वहीं अपने उद्देश्य को प्राप्त करते हैं। हिमाचल साहू ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में छात्र तनाव युक्त होकर अध्यापन करेंगे। पत्रकार करण साहू ने विचार व्यक्त किये।

कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में चंदन गोस्वामी ने कहा कि बाह्य अध्ययनं विषय के बारे में अध्ययन करने से नवीन जानकारी प्राप्त होती है कला संकाय में 4 क्रेडिट होता है। एक क्रेडिट में 15 घंटे अर्थात कुल 60 घंटे होते हैं। इसमें 100 अंक होते हैं इसमें सैद्धांतिक 70 और प्रायोगिक 30, दोनों मिलकर 40% में उत्तीर्ण होगा। अंबिका ठाकुर बर्मन ने वैल्यू ऐडेड कोर्स, जेनेरिक कोर्स, डिसिप्लिन स्पेसिफिक कोर्स, स्किल एनहासमेंट कोर्स के बारे में जानकारी दी। डॉ. रेश्मी माहेश्वरी ने कहा कि कला एवं वाणिज्य संकाय से एक विषय का चयन करना है। भारती गायकवाड़ ने कहा कि 8 सेमेस्टर होंगे। प्रथम एवं द्वितीय सेमेस्टर में प्रमाण पत्र, तृतीय एवं चतुर्थ सेमेस्टर उत्तीर्ण करने पर डिप्लोमा तथा पांचवें एवं छठवें सेमेस्टर उत्तीर्ण करने पर डिग्री मिलेगा इसके साथ ही सातवें और आठवीं सेमेस्टर के साथ ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्स करना है। इसके पश्चात ही "आनर्स रिसर्च" की डिग्री मिलेगी। विज्ञान संकाय की अराधना देवांगन में जेनेरिक कोर्स की विस्तृत जानकारी दी। वैल्यू एडेड कोर्सेस के बारे में विस्तृत जानकारी दी। रेणुका वर्मा ने जेनेरिक इलेक्टिव अथवा सामान्य वैकल्पिक विषय से संबंधित पाठ्यक्रम के आधार पर प्रथम तथा आने वाले सेमेस्टर में छात्राओं द्वारा चयन किया जाना है। यह विषय कुल चार क्रेडिट का विषय होगा। कार्यक्रम में व्याख्याता टिकेश्वर पाटिल, शिखा मढ़रिया, कार्यालय नरेश मेश्राम, महेश्वरी निषाद, सीमा वर्मा उपस्थित थी। कार्यक्रम का संचालन सिद्धिकी ने किया एवं आभार प्रदर्शन चंदन गोश्वमी ने किया।.